तीहरा हत्याकांड: हत्यारे का एक और राजदार था, जिसने बच्चियों के शव को लगाया था ठिकाने, 22 घंटे बाद शव बरामद

गोविंदगढ़ तीहरे हत्याकांड में 22 घंटे बाद पुलिस ने बच्चियों के शव को बरामद कर लिया है। बच्चियों के शव को एक राजदार ने ठिकाने लगाया था । हत्यारे ने पहले पुलिस को गुमराह किया। एसडीआरएफ की टीम घंटे शव को तालाब में तलाशती रही। फिर जब शख्ती से हत्यारे से पूछताछ की गई तो एक राजदार का नाम सामने आया। उसकी शिनाख्तगी पर शव को बरामद किया गया।

तीहरा हत्याकांड: हत्यारे का एक और राजदार था, जिसने बच्चियों के शव को लगाया था ठिकाने, 22 घंटे बाद शव बरामद

हत्यारे के ममेरे भाई ने तालाब के किनारे झाड़ियों में फेंका था शव

22 घंटे बाद पुलिस ने गऊघाट के पास से बरामद किया 

रीवा । गोविन्दगढ़ में शनिवार की रात हुई दिल दहलाने वाली घटना में रविवार को पुलिस ने बच्चियो के शव को बरामद कर लिया। ज्ञात हो कि शनिवार को गोविन्दगढ़ के वार्ड 2 में एक युवक द्वारा निर्ममता से अपनी भाभी और दो भतीजियों को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद भाभी को शव को घर पर ही छोड़ दिया था और भतीजियों के शव को बोरे में भरकर ठिकाने लगा दिया था। हत्या की सूचना मिलने पर जब गोविंदगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची तो घर से सिर्फ हत्यारे की भाभी का शव बरामद हुआ था। हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर बच्चियों के शव के बारे में पूछताछ की। आरोपित ने शव तालाब में फेंकने की बात कही।  एसडीआरएफ की टीम गोविन्दगढ़ तालाब में रेस्क्यू करती रही । लेकिन बच्चियों का शव तालाब में नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने जब सख्ती बरती तो आरोपित ने नया राज उगल दिया। इसके बाद ही बच्चियों का शव बरामद हुआ।

यह था पूरा मामला 

 जानकारी के मुताबिक आरोपित शहबाज खान की उसकी भाभी हसीना खान उम्र 28 वर्ष के साथ चरित्र संदेह को लेकर वाद विवाद हो गया विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपित युवक ने लोहे की पाइप से हमला कर दिया। इसके बाद चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी।  इसके बाद उसने अपने दोनो भतीजियो की हत्या कर दी थी।

हत्यारे के इस रिश्तेदार ने शव को लगाया था ठिकाने

शव को ठिकाने लगाने के लिए हत्यारे ने ममेरे भाई साहिल खान पिता फारूख खान को फोन करके बुलाया था। और साहिल शहबाज के कहने पर शव को ठीकाने लगाने के लिए शव को बोरे में भरकर घर से निकल गया । गोविन्दगढ़ तालाब गाऊघाट के पास शव को झाड़ियों में फेंक दिया था। 

हत्या के दिन घर पर कोई नहीं था

वारदात के दिन घर पर कोई नहीं था। महिला का पति परवेज खान उर्फ लाला विशाखापट्न में रहता हैं। मृतक हसीना अपने दो बेटियो आलिया उम्र 3 वर्ष, अनाय उम्र 2 वर्ष, सास इमामुननिशा, ससुर मुर्तजा खान और दो देवरो के साथ एक मकान में रहती थी। बड़ा देवर फरियाद खान मां को लेकर शादी में शामिल होने के लिए जबलपुर गया हुआ था। पिता मुर्तजा खान गोविन्दगढ़ में ही किराना कि दुकान चलाते हैं और घटना के समय दुकान पर ही थे। आरोपित शाहबाज घर पर ही था। शनिवार शाम उसका भाभी से झगड़ा हुआ। उसने स्टील की रॉड भाभी के सिर पर मार दी। वह नीचे गिर पड़ी। इसके बाद आरोपति ने चाकू से भतीजियों के सामने उनकी मां का गला रेत दिया। बाद में चाकू से गोदकर बच्चियों को भी मार डाला।

लव जिहाद में भी फंस चुका है 

बता दे आरोपित शहबाज खान पूर्व भी एक हिंदू लड़की को लेकर  मुंबई भाग गया था। बाद में दबाव में वापस आ गया था। कुछ दिन बाद युवती ने आत्महत्या कर ली थी।उपचार के दौरान मौत हो गई थी।  पीएम रिपोर्ट में मौत जहर खाने से हुई बताया गया था।