मेडिकल कॉलेज के दो पीजी छात्रों ने किया कमाल, प्रदेश में कर दिया ऐसा नाम अब चिकित्सा शिक्षा में भी चमका रीवा
मेडिकल कॉलेज के दो पीजी छात्रों ने ऐसा काम किया कि अब रीवा का नाम चिकित्सा शिक्षा में भी चमक गया है। सर्जरी विभाग के पीजी के छात्रों ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों को रिजल्ट में पीछे छोड़ दिया। संयुक्त रूप से छात्रों ने टॉप किया है। इतना ही नहीं दोनों ही छात्र जूडा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं। जिन्होंने छात्रों के हित में साथ साथ लड़ाई लड़ी और अब पढ़ाई में भी नाम किया। दोनों ही पीजी छात्र अब मरीजों की जान बचाने कैंसर और गैस्ट्रोलॉजी के सर्जन बनना चाह रहे हैं। इसी लक्ष्य में जुट गए हैं।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आशय द्विवेदी और उपाध्यक्ष विपुल जोशी में ने बढ़ाया रीवा का मान
रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज का नाम अब तक दिल के इलाज, किडनी ट्रांसप्लांट में ही चमक रहा था। अब चिकित्सा शिक्षा में भी छात्रों ने रीवा का नाम रोशन किया है। मेडिकल कॉलेज के दो छात्रों ने पीजी के रिजल्ट में प्रदेश में टॉप किया है। इतना ही नहीं दोनों ही संयुक्त रूप से टॉपर हैं और जूडा रीवा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी हैं।
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज का इतिहास काफी पुराना हैं। यहां से पढ़कर कई पुरा छात्र देश विदेश में भी सेवाएं दे रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा के मामले में मेडिकल कॉलेज कहीं पीछे रह गया था। अब फिर से कॉलेज की खोई हुई पहचान वापस लौट रही है। चिकित्सा के क्षेत्र में तो रीवा का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और संजय गांधी अस्पताल कई रिकार्ड बना चुका है। सुपर स्पेशलिटी ने दिल का आपरेशन कर प्रदेश में नाम कमाया। किडनी ट्रांसप्लांट कर महानगरों के चिकित्सा व्यवस्था के समानांतर ले आया। अब चिकित्सा शिक्षा की बारी थी। वह भी जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने पूरी कर दी। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आशय द्विवेदी और उपाध्यक्ष डॉ विपुल जोशी ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में सर्जरी से टॉप किया है। दोनों ही सर्जरी से पीजी कर रहे हैं। मप्र के मेडिकल कॉलेजों में दोनों ने 800 अंकों के पूर्णांक में 595 अंक अर्जित किए हैं। दोनों डॉक्टरों के नंबर बराबर आए हैं। यह भी अब तक का रिकार्ड ही रहा है। जूनियर डॉक्टर के दोनों ही पदाधिकारी छात्रों के हित में लड़ते भी रहे। सामाजिक कार्यों में एक्टिव भी रहे। इसके बाद रिजल्ट आया तो सब को चौंका दिया। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा का नाम अब बेहतर शिक्षा के मामले में भी प्रदेश में जाना जाएगा।
कैंसर और गैस्ट्रोलॉजी सर्जन बनने का है सपना
दोनों ही टॉपर डॉ आशय द्विवेदी और डॉ विपुल जोशी ने अपनी इस उपलब्धि के लिए माता पिता, गुरुजन और मित्रों को श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि गुरु और माता पिता के आशीवार्द, सही मार्गदशर्न के बिना यह संभव नहीं था। डॉ आशय द्विवेदी ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य कैंसर सर्जन का है। वहीं डॉ विपुल जोशी गैस्ट्रोलॉजी सर्जन बनना चाहते हैं। वह मरीजों की सेवा करना चाहते हैं। कैंसर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। लोग कैंसर जैसी बीमारी से जान गवां रहे हैं। कैंसर सर्जन बनकर मरीजों की जान बचाना चाहते हैं।