नई पेंशन स्कीम यूपीएस का कर्मचारियों ने किया विरोध, प्रदर्शन कर की नारेबाजी
केन्द्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम यूपीएस लागू की है। इसका कर्मचारियों ने विरोध किया है। मंगलवार को नेशनल मूव्हमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय आह्वान पर सभी कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग की गई।
एनएमओपीएस के राष्ट्रीय आह्वान पर किया गया विरोध प्रदर्शन
रीवा। ज्ञात हो कि वर्ष 2005 से ओपीएस को बंद कर नेशन पेंशन स्कीम लागू कर दिया गया है। एनपीएस शेयर मार्केट पर आधारित रही। इसमें कर्मचारियों को पेंशन के रूप में रिटायरमेंट के बादर सिर्फ हजार से दो हजार रुपए ही मिलने वाले थे। इसका पूरे देश में कर्मचारियों ने विरोध किया। इसके बाद केन्द्र सरकार ने ओपीएस की जगह यूपीएस लागू करने की बात कही। गजट नोटिफिकेशन गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी भी कर दिया गया लेकिन इससे भी कर्मचारी संतुष्ट नहीं है। सरकारी कर्मचारी भविष्य को लेकर चिंतित हैं। यही वजह है कि उनकी लड़ाई अभी भी ओपीएस को लेकर जारी है। मंगलवार को एएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधू के नेतृत्व में देशभर के साथ रीवा में भी यूपीएस के नोटिफिकेशन का सांकेतिक विरोध किया गया। रीवा में संयुक्त मोर्चा के प्रवक्ता डॉ सुनील तिवारी के नेतृत्व में यूपीएस के खिलाफ नारेबाजी कर सांकेतिक विरोध किया गया। यूपीएस गो बैक, पुरानी पेंशन बहाल करो के नारे लगाए गए। संयुक्त अध्यापक शिक्षक मोर्चा के प्रवक्ता डॉ सुनील तिवारी के नेतृत्व में सभी शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय के प्रांगण में एकत्र हुए थे। इसमें प्रमुख रूप से सुनील तिवारी के अलावा सुधांशु द्विवेदी, लोली तिवारी, हेमलाल चौरसिया, श्रीमती माया मिश्रा, प्रतिभा शुक्ला, सुचिता शर्मा, रेखा त्रिपाठी, रीना मिश्रा, पन्ना लाल नामदेव, विजय शर्मा, भागवत उपाध्याय, संजीव पाण्डेय, सुखनंदन प्रजापति, उदय तिवारी, धु्रवेन्द्र सिंह, राकेश तिवारी, राजेश तिवारी, प्रहलाद अवस्थी, अवधेन्द्र तिवारी, अशोक पाण्डेय, मनोज कुमार, श्यामलाल साकेत, अमर सिंह, जीवन लाल, अल्का द्विवेदी, श्यामवती, ममता पटेल, राजलक्ष्मी तिवारी, सविता तिवारी, राजेश गौतम, उमेश द्विवेदी, ममता द्विवेदी, मोहम्मद सलमान मंसूरी सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे।