विचाराधीन बंदी की अस्पताल में मौत, परिजनों ने किया हंगामा, जेल प्रबंधन पर लगाए कई गंभीर आरोप

केन्द्रीय जेल में बंद विचाराधीन बंदी की शुक्रवार को संजय गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। केन्द्रीय जेल में बंदी के साथ मारपीट किए जाने सहित कई तरह के अन्य यातनाओं के भी आरोप लगाए हैं। हंगामा मचने के बाद मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। परिजन जेल अधीक्षक सहित अन्य पर कार्रवाई की मांग पर अड़़े रहे।

विचाराधीन बंदी की अस्पताल में मौत, परिजनों ने किया हंगामा, जेल प्रबंधन पर लगाए कई गंभीर आरोप

जेल में रुपए लेकर अस्पताल भेजने का आरोप
भाई ने कहा हर चीज के रुपए लिए जाते हैं, तब सेवाएं देते हैं
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार  जानकारी के अनुसार गढ़ निवासी सुधाकर सिंह पिता जनार्दन सिंह 2023 में 307 एवं अन्य धाराओं के तहत केन्द्रीय जेल में बंद थे। उनकी तबीयत कुछ महीनों से खराब चल रही थी। बीते दिन उनकी तबीयत जेल में बिगड़ गई। उन्हें इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने विचाराधीन बंदी सुधाकर सिंह की मौत के पीछे जेल में मारपीट किए जाने सहित जेल प्रशासन पर अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके भाई प्रभाकर सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके भाई सुधाकर सिंह पिछले चार महीने से बीमार चल रहे थे। उन्होंने जेल अधीक्षक से मुलाकात कर भाई को अस्पताल में भर्ती किए जाने की मांग की थी तो वहां रुपयों की डिमांड की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने सभी को रुपए दिए इसके बाद भी भाई को अस्पताल में इलाज में भेजने में देरी की गई। जेल में मौत के बाद इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल भेजा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में हर चीज के पैसे लिए जाते हैं। घटिया खाना परोसा जाता है। जली रोटी, पानी जैसी दाल दी जाती है। अस्पताल में भर्ती करने के लिए वह लंबे समय से मांग कर रहे थे लेकिन रुपए की मांग पूरी नहीं होने पर उनके भाई को अस्पताल नहीं भेजा गया। जेल अधीक्षक से मिलने पर  विनोद मौर्या से मिलने के लिए भेज देते थे। उन्हें रुपए देने पर ही बीमार बंदियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि जेल में हर चीज का पैसा लगता है।  रहने और खाने तक का वहां पैसा लगता है। जेल में जंगल राज चल रहा है। मृतक के भाई और परिजन जेल अधीक्षक के अस्पताल आने पर अड़े रहे। उन पर रुपए देने का आरोप लगाते रहे। पुलिस की मौजूदगी में मृतक सुधाकर सिंह का शव मुर्चुरी में रखवा दिया गया है।