विवि का कारनामा: एक समिति के दो कॉलेज संचालित, एक को बना दिया दूसरे का परीक्षा केन्द्र
अवधेश प्रताप ङ्क्षसह विश्वविद्यालय के परीक्षा केन्द्र के चयन पर सवाल खड़े हो गए हैं। एक ही समिति से संचालित दो अशासकीय कॉलेजों को फायदा पहुंचाया गया है। एक कॉलेज को दूसरे का परीक्षा केन्द्र बना दिया गया है। इसकी शिकायत विवि के कुलपति से की गई है।
विवि के कुलपति से की गई मामले की शिकायत
परीक्षा केन्द्र निरस्त करने की मांग
रीवा। ज्ञात हो कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 की परीक्षा आयोजित की जानी है। अवधेश प्रताप सिंह विवि से संबंद्ध कॉलेजों में पढऩे वाले छात्रों की परीक्षाएं आयोजित की जानी है। परीक्षा के लिए विवि ने परीक्षा केन्द्र निर्धारित कर दी है। इसमें नियमों का पालन नहीं किया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने अशासकीय महाविद्यालयों को उसी का परीक्षा केन्द्र नहीं बनाने का आदेश जारी किया था। इस आदेश को दरकिनार कर दिया गया है। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने केन्द्रों के चयन में गड़बड़ी की है। रीवा में रामबाई स्मृति महाविद्यालय डभौरा को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। इस परीक्षा केन्द्र में ईवरचन्द्र विद्यासागर महाविद्याय जवा का परीक्षा केन्द्र बना दिया गया है। इन दोनों कॉलेजों को संचालन करने वाला भी एक ही है। ऐसे में एक कॉलेज को दूसरे का परीक्षा केन्द्र बना दिया गया है। 11 जुलाई 2024 को विवि से जारी परीक्षा केन्द्रों की सूची में रामबाई स्मृति महाविद्यालय डभौरा में ईश्वरचन्द्र विद्यासागर महाविद्यालय जवा का परीक्षा केन्द्र घोषित किया है। ऐसे में इन कॉलेजों में पढऩे वाले छात्रों के नकल की संभावनाएं बढ़ जाती है।
कुलपति से की गई शिकायत
सामाजिक कार्यकर्ता रामराज कुशवाहा ने इसकी शिकायत अवधेश प्रताप सिंह विवि के कुलपति से की है। शिकायत में कहा गया है कि मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग के आदेश क्रमांक आर 107/न्याया/सीसी/16/38 दिनांक 21 दिसंबर 2026 को जारी किए गए आदेश में स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसे अशासकीय महाविद्यालय जिनके महाविद्यालय एक ही समिति से संचालित हैं उन्हें परीक्षा केन्द्र न बनाया जाए। ईश्वरचन्द्र विद्यासागर महाविद्यालय जवा एवं रामबाई महाविद्यालय डभौरा दोनों महाविद्यालय विद्यासागर शिक्षा समिति से संचालित हैं। जबकि ईश्वरचन्द्र विद्यासागर महाविद्यालय जवा का परीक्षा केन्द्र रामबाई डभौरा कर दिया गया है। यह नियम के विरुद्ध है। इनके समिति का पंजीयन क्रमांक 23984 है। पूर्व में भी परीक्षा केन्द्र बनाया गया था जो दो पेपर के बाद परीक्षा केन्द्र समाप्त कर दिया गया था। कुलपति से मामले में तुरंत एक्शन लेने की बात कही गई है।