पाकिस्तान गई अंजू बनी फातिमा तो शुरू हो गई पैसों की बारिश जानिए क्यों मिल रहे कीमती गिफ्ट
भारत छोड़कर पाकिस्तान गई अंजू ने इस्लाम कबूल कर लिया है अब वह फातिमा का बन गई है उनके इस्लाम कबूल करने के बाद पाकिस्तान पर पाकिस्तान के बिजनेसमैन ने रुपयों की बारिश कर दी है उन्हें 10 मंजिला अपार्टमेंट में एक ₹40 लाख का फ्लैट गिफ्ट किया है ।एक प्लाट भी दिया है ।जल्द ही उन्हें घर बैठे सैलरी और नौकरी भी दी जाएगी
आप सबको अंजू नाम तो याद ही होगा यह वही अंजू है जो भारत छोड़कर पाकिस्तान चली गई। अंजू ने इस्लाम भी कबूल कर लिया है उनका नाम अब फातिमा हो गया है । नसरूल्ला से निकाह के बाद उन पर पाकिस्तान के बिजनेसमैन रुपयों और गिफ्ट की बारिश करने लगे हैं। पाकिस्तान के एक बड़े बिजनेसमैन ने अंजू उर्फ फातिमा पर रुपयों की बारिश शुरू कर दी है। बिजनेसमैन ने गिफ्ट के तौर पर अंजू हो ₹40 लाख का फ्लैट और ₹50000 का चेक भी दिया है। इसके अलावा अंजू को शहर में 272. 251 वर्ग फीट का प्लॉट भी देने का वायदा किया है ।बिजनेसमैन मोहसिन खान अब्बासी ने बताया कि उनकी कंपनी इसके अलावा जब पाकिस्तानी नागरिकता की कानूनी दस्तावेजों की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तब अंजू को नौकरी भी देने की भी तैयारी में है।जानकारी के लिए बता दें कि अंजू राजस्थान से पहले दिल्ली, फिर दिल्ली से अमृतसर और फिर अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान दाखिल हो गई थी।
और यह भी मिलेगा
भारत से पाकिस्तान आई अंजू को एक बिजनेसमैन ने खास तोहफा दिया है। अंजू को तोहफे के रूप में एक प्लॉट दिया गया है। कहा गया है कि अंजू यहां पर अपना घर बनवा सकती है। इस बात पर भी जोर दिया गया है कि एक बार जब अंजू को पाकिस्तान की नागरिकता मिल जाएगी, उसे नौकरी भी दी जाएगी।
इसलिए कर रहे ऐसा
गिफ्ट देने वाले पाकिस्तानी बिजनेसमैन का नाम मोहसिन खान अब्बासी है । वह रियल इस्टेट का बिजनेस करते हैं। उनकी तरफ से अंजू को एक प्लॉट गिफ्ट के तौर पर दिया गया है। उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए कहा कि अंजू ने ईसाई धर्म से खुद को इस्लाम में बदला है। उनका तहेदिल से इस्तकबाल किया जाना चाहिए। बिजनेसमैन ने जोर देकर कहा कि दूसरे बड़े उद्योगपतियों को भी अंजू की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए। उनकी तरफ से भी तोहफे और मदद दी जानी चाहिए। पाकिस्तान में भी पैसे वाले लोग हैं, उन्हें मदद करनी चाहिए। भारत से पाकिस्तान गई अंजू पर हो रहे गिफ्ट के बौछार के माध्यम से वह इस्लाम धर्म का प्रचार प्रसार करना चाह रहे हैं। अंजू की तरह और भी लोग जिससे अपनी मर्जी से इस्लाम की तरफ रुख कर सकें। विश्व पटल पर भी यह बताना चाह रहे हैं कि इस्लाम कबूल करने वालों को पाकिस्तान में कितना सम्मान मिलता है।