बाबू ने फोन पर धमकाया तो पूरा कॉलेज स्टाफ पहुंच गया कमिश्नरी, निलंबन की मांग

पीजीबीटी प्राचार्य और एक लिपिक को धमकी देने वाले लिपिक के खिलाफ कॉलेज के स्टाफ और प्रशिक्षणार्थियों ने मोर्चा खोल दिया है। कमिश्नर को ज्ञापन सौंप कर धमकी देने वाले लिपिक को निलंबित करने की मांग की गई है।

फोन पर गालीगलौज करने वाले लिपिक के खिलाफ सौंपा गया ज्ञापन
रीवा। ज्ञात हो कि शासकीय शिक्षा महाविद्यालय में पदस्थ स्थापना लिपिक जीतेन्द्र तिवारी ने फोन कर लिपिक प्रियंक नामदेव के साथ अभद्र व्यवहार किया था। फोन पर ही प्राचार्य और प्रियंक नामदेव को धमकी थी। गालीगलौज भी की थी। धमकी और गालीगलौज किए जाने का ऑडियो भी वायरल हुआ था। जीतेन्द्र तिवारी ने वेतन रोकने को लेकर आवेदन दिया था। प्राचार्य ने उनके वेतन रोकने के कारणों को नहीं माना था और बिल ट्रेजरी में लगाने के लिए भेज दिया था। इसी बात को लेकर लिपिक जीतेन्द्र तिवारी ने फोन पर प्रियंक नामदेव और प्राचार्य आरएन पटेल के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग किया था। साथ ही धमकी भी दी थी। लिपिक जीतेन्द्र तिवारी के धमकी दिए जाने के बाद प्रियंक नामदेव ने प्राचार्य को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुजार लगाई थी। साथ ही जान को खतरा भी बताया था। इसके बाद अब शिक्षा महाविद्यालय के प्रशिक्षार्थी और अन्य स्टाफ ने भी जीतेन्द्र तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को सभी कश्मिनर कार्यालय पहुंच गए। कमिश्नर को ज्ञापन सौंप कर जीतेन्द्र तिवारी के निलंबन की मांग की है। आपको बता दें कि जीतेन्द्र तिवारी पहले भी विवादित रहे हैं। डीईओ कार्यालय में पदस्थापना के बाद इन्हें निलंबित किया गया था। इसके बाद पीके स्कूल में पदस्थ किए गए। यहां भी वह विवादित रहे। यहां से हटाकर पीजीबीटी में पदस्थ किया गया। अब यहां भी उनका विरोध शुरू हो गया है।