साथी करंट से झुलस गया तो आउटसोर्स कर्मचारी ने भी दे दिया इस्तीफा, अफसरों पर लगाए बड़े और गंभीर आरोप
विद्युत विभाग में आउटसोर्स कर्मचारी ने जान जाने के डर से नौकरी से ही इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा के साथ ही कर्मचारी ने विभाग के अधिकारियों की पोल भी खोल दी। चोरहटा में हुए हादसे में घायल आउटसोर्स कर्मचारी को अधिकारियों की लापरवाही बताया। स्मार्ट मीटर में खराबी सुधारने की जिम्मेदारी कंपनी की थी। फिर भी लाइन स्टाफ ने अप्रशिक्षित कर्मचारी से सुधार कार्य कराया। लाइन भी बंद नहीं कराई। लापरवाही के कारण ही करंट लगा। इसकी जानकारी साथी कर्मचारी ने अधिकारियों को दी लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। उल्टा घुड़की मिल गई। इस से आहत कर्मचारी ने नौकरी ही छोड़ दी।
चोरहटा में बिना लाइन बंद कराए मीटर सुधरवाने के कारण घायल हुआ था कर्मचारी
स्मार्ट मीटर कंपनी का था काम, लेकिन लाइन स्टाफ ने आउटसोर्स से कराया
रीवा। ज्ञात हो कि दो दिन पहले चोरहटा सब स्टेशन अंतर्गत मीटर की गड़बड़ी को सुधारने के दौरान एक आउटसोर्स कर्मचारी ओमप्रकाश कुशवाहा को करंट लग गया था। करंट से कर्मचारी का हाथ और चेहरा बुरी तरह से झुलस गया था। लाइन सुधार करने आउटसोर्स कर्मचारी आनंद कुमार दाहिया और लाइन स्टाफ नरेन्द्र पाठक, हीरालाल तिवारी भी थे। स्मार्ट मीटर में खराबी थी। शिकायत पर सभी कम्प्लेन सुधारने गए थे। इस दौरान दोनों ही रेग्युलर स्टाफ गाड़ी में ही बैठे रहे और आउटसोर्स कर्मचारियों को स्मार्ट मीटर सुधारने के लिए भेज दिए। स्मार्ट मीटर खोलने पर प्वाइंट सोल्ड मिला। इसे बिना लाइन बंद किए नहीं सुधारा जा सकता था। इसकी जानकारी लाइनमैन को दी गई तो उन्होंने लापरवाही पूर्वक चालू लाइन में ही सुधारने के निर्देश दे दिए। मना करने पर डीई से शिकायत करने की धमकी दे दी गई। डर के ओम प्रकाश कुशवाहा ने प्वाइंट से केबिल को खोलने लगे। इतने में ही मीटर ब्लास्ट हो गया और ओम प्रकाश बुरी तरह से झुलस गया। इस हादसे से आउटसोर्स कर्मचारी बुरी तरह से डर गया है। इस्तीफा में उसने कहा है कि वह अकुशल कर्मचारी हैं लेकिन उनसे सारे काम कराए जाते हैं। खंभे में चढ़ाने के साथ ही लाइस आदि भी दुरुस्त कराया जाता है। ऐसे में उनकी जान पर हर समय खतरा मंडराते रहता है। अधिकारी काम से बाहर निकालने का डर दिखाकर नियम विरुद्ध काम कराते हैं। आनंद कुमार दाहिया ने अपना इस्तीफा मुख्य प्रबंधक टीएंडएम सर्विस कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड मुम्बई को भेज दिया है।
कई बार दी शिकायत लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई
इस्तीफे में आनंद ने जिक्र किया है कि फील्ड में आउटसोर्स कर्मचारियों से सारे रिस्की काम कराए जाते हैं। खंभे पर चढ़ाया जाता है। चालू लाइन में काम कराते हैं। इसकी शिकयत उन्होंने जेई से लेकर एई और डीई तक से की लेकिन किसी ने कर्मचारियों की समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों को जब समस्याएं बताई गईं तो उन्होंने बोला नौकरी छोड़ दो। इसी बात से आहत होकर आउटसोर्स कर्मचारी ने नौकरी छोडऩे का निर्णय ले लिया।