दुकान तोडऩे पहुंची ननि टीम तो उलझ पड़े दुकानदार, जेल भेजने के दिए निर्देश तो भाग खड़े हुए फिर टूटी बिल्डिंग

बोदाबाग मार्ग के चौड़ीकरण में बाधक बन रही दो दुकानों पर प्रशासन ने मंगलवार को जेसीबी चला दी। प्रशासनिक अमला नगर निगम रिमूव्हल टीम और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा। एक दुकानदार दुकान खाली करने को तैयार नहीं था। टीम से हुज्जतबाजी कर रहा था। प्रशासनिक अधिकारी ने जेल भेजने की धमकी तो दुकानदार रफूचक्कर हो गया। इसके बाद दुकान खाली करने की कार्रवाई शुरू की गई। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दो दुकान को तोडऩे की कार्रवाई सुबह से शाम तक चली। शेष हिस्सा बुधवार को तोड़ा जाएगा।

दुकान तोडऩे पहुंची ननि टीम तो उलझ पड़े दुकानदार, जेल भेजने के दिए निर्देश तो भाग खड़े हुए फिर टूटी बिल्डिंग

बोदाबाग मार्ग के चौड़ीकरण में बाधक बनी थी दुकानें
भूमि स्वामी अन्यत्र जमीन और 7 करोड़ मुआवजा मांग रहा थे
मंगलवार को नगर निगम टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की मौजूदगी में की कार्रवाई
रीवा। ज्ञात हो कि सुभाष चौराहा से बोदाबाग तक की सड़क को चौड़ीकरण किया गया है। इस चौड़ीकरण में ज्योति स्कूल के पास संचालित दो दुकानें भी फंस रहीं थी। इनके अधिग्रहण की दुकानदारों से चर्चा प्रशासन ने की थी। तब भूमि स्वामी मान गए थे। बाद में जब अधिग्रहण की बारी आई तो मुकर गए। जमीन के बदले जमीन और 7 करोड़ का मुआवजा मांग बैठे। इसके कारण दुकान को तोडऩे की प्रक्रिया अटक गई। सड़क चौड़ीकरण तो किया गया लेकिन दुकान वाले हिस्से को छोड़ दिया गया। इस दुकान का काफी हिस्सा अवैध तरीके से निर्मित किया गया था। प्रशासन ने अवैध हिस्से को तोडऩे की कार्रवाई भी की थी लेकिन इसके बाद भूमि स्वामी कोर्ट की शरण में चले गए थे। कोर्ट से स्टे ले आए थे। यही वजह है कि दुकान हटाने की कार्रवाई रोक दी गई थी। कोर्ट में प्रशासन ने भी अपना पक्ष रखा। प्रशासन का पक्ष सुनने के बाद कोर्ट ने स्थगन आदेश खारिज कर दिया। इसके बाद दुकान को तोडऩे की कार्रवाई शुरू की गई। मंगलवार को दलबल के साथ प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और दुकान तोडऩे की कार्रवाई शुरू कर दी। सुबह से शाम तक कार्रवाई चली। इस दौरान बोदाबाग से सुभाष तिराहा मार्ग को बंद कर दिया गया था।


दुकान ही खाली नहीं कर रहे थे, महिला को बैठा दिया था
जिन दुकानों को तोड़ा जाना था। उसमें से एक दुकान में आटोपार्ट्स की दुकान संचालित थी। दुकान को नोटिस के बाद भी खाली नहीं किया गया था। जब अतिक्रमण दस्ता मौके पर पहुंचा तो दुकानदार दुकान खाली करने को तैयार नहीं हुआ। नगर निगम की उडऩदस्ता टीम से ही उलझ गया। काफी देर तक नोंक झोंक की। इसके बाद दुकान संचालक ने अपनी जगह एक महिला को दुकान में बैठा दिया। कार्रवाई में बाधा डालने लगा। तब नायब तहसीलदान ने कार्रवाई में बाधा डालने वालों पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजने की बात कही। इसके बाद दुकान में बैठी महिला और पुरुष दोनों ही गायब हो गए और दुकान खाली कराकर तोडऩे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।


नक्शे के विपरीत बनी थी दुकान
बोदाबाग मार्ग में यह दुकानें करहिया की तरफ जाने वाली सड़क के ठीक कोने में शराब दुकान के सामने बनी हुई थी। वार्ड क्रमांक 8 में बनी दुकान गुलाबकली साकेत एवं रमेश कुमार साकेत, अर्चना देवी निवासी नीम चौराहा की है। यह दोनों दुकानें अनाधिकृत रूप से मानचित्र के विरुद्ध बनाई गईं थी। इन दुकानों के कारण यातायात बाधित हो रहा था। आयुक्त नगर निगम के निर्देश पर अतिक्रमण रिमूव्हल टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। दो जेसीबी कार्रवाई के लिए लगाई गई थी।


कार्रवाई के दौरान भारी बल रहा मौजूद
दुकानों को तोडऩे के दौरान प्रमुख रूप से शिवशंकर शुक्ला तहसीलदार, यतीश शुक्ला नायब तहसीलदार, एचके त्रिपाठी जोनल अधिकारी, हितेंद्रनाथ शर्मा टीआई, एसके गर्ग सहायक यंत्री, रमेश सिंह उपयंत्री एवं अतिक्रमण प्रभारी, सुखेन्द्र चतुर्वेदी, ज्ञानेंद्र द्विवेदी एवं पुलिस बल, राजस्व के अधिकारी, कर्मचारी  उपस्थित रहे। भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सड़क मार्ग को बंद कर दिया गया था। रास्ते को डायवर्ट कर दिया गया था। आधी बिल्डिंग को तोड़ दिया गया है। शेष रह गई बिल्डिंग को बुधवार को तोड़ा जाएगा।