9 को दो घंटे देंगी धरना, फिर 12 से हड़ताल पर जाएंगी नर्सें, डीन को सौंपा ज्ञापन
नर्सेस एसोसिएशन ने डीन को ज्ञापन सौंप कर चेतावनी दे दी है। 6 सूत्रीय मांगों को पूरा नहीं होने पर नर्सेंस संवर्ग हड़ताल पर चला जाएगा। 9 अक्टूबर को दो घंटे काम बंद कर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 12 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
रीवा।ज्ञात हो कि लंबे समय से नर्सेस एसोसिएशन मांगों को लेकर कॉलेज प्रबंधन को चेतावनी दे रहा है। इसके बाद भी प्रबंधन कोई एक्शन नहीं ले रहा था। यही वजह है कि आर पार की लड़ाई लडऩे के लिए नर्सों को मैदान में उतरना पड़ रहा है। नर्सेस एसोसिएशन ने डीन श्याम शाह मेडिकल कॉलेज को ज्ञापन सौंप कर 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है। स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो वह हड़ताल पर चली जाएंगी। नर्सेस एसोसिएशन का कहना है कि नर्सें चिकित्सालय में अति महत्वपूर्ण कार्य मरीजों की सेवा में लगी रहती है। उनके अधिकारों का समय पर निराकरण न करना चिंता का विषय है। नर्सें अपने अधिकार के लिए दफ्तरों का चक्कर काट रही हैं। उनका कार्य नहीं किया जाता है। इससे मौजूदा समय में नर्सों में भारी आक्रोश है। इसलिए नर्सें कामबंद आंदोलन के लिए मजबूर हुई हैं। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा है कि 6 अक्टूबर को पहले डीन और आयुक्त रीवा संभाग रीवा को ज्ञापन सौंप रहे हैं। इसके बाद भी यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो 9 अक्टूबर को दोपहर 11 से 1 बजे तक मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद 12 अक्टूबर से पूरी तरह से काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगी।
यह है प्रमुख मांगे
नर्सेज का इन हाउस प्रमोशन तत्काल किया जाए। 1 वर्ष से प्रक्रिया लंबित है। क्रमश: पात्र होती जा रही नर्सेज को समयमान वेतनमान का फायदा समय पर नहीं दिया जा रहा है। जिन्हें लेटलतीफी के साथ समयमान दिया भी जा रहा है तो उनके एरियर का भुगतान नहीं हो रहा। आयुष्मान योजना से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का वितरण जीएमएच एवं एसजीएमएच में काफी विलंब से किया जाता है। नर्स को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि जनवरी 2022 से लगातार आज तक नहीं प्रदान किया गया है। सुपर स्पेशलिटी ब्लाक में पदस्थ नर्सों को मिलने वाली आयुष्मान से प्रोत्साहन राशि के हिस्से से कार्यरत यूडीएस के 10 कैथ लैब टेक्नीशियन को दिया जा रहाह ै। पूर्णत: गलत है। तत्काल बंद करें। नर्सों के हिस्से की राशि अन्य को दी जा रही है।उसे बंद किया जाए। मेडिकल कॉलेज पदस्थापना से समस्त नर्सों के अवकाश व अन्य प्रकार के प्रकरणों का निराकरण समय अनुसार नहीं किया जाता है। कुछ नर्सों की सालाना लगने वाली वेतन वृद्धि कुछ न कुछ अवरोध लगाकर रोक दी गई है। उनकी रुकी हुई वेतनवृद्धि तत्काल प्रभाव से बहाल की जाए।