10,000 की रिश्वत लेते महिला ceo लोकायुक्त के चंगुल में फंसी
लोकायुक्त रीवा ने फिर एक बड़ी कार्रवाई की है ।उमरिया जिले की करकेली जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ₹10000 की रिश्वत लेते ट्रेप किया गया है। रिश्वत की रकम सरपंच से बिल भुगतान और मानदेय भुगतान के एवज में मांगा गया था। सीओ को उनके ही घर पर ट्रेप किया गया है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार जिला उमरिया के ग्राम बहेरवाह जनपद पंचायत करकेली के सरपंच प्रमोद यादव ने लोकायुक्त रीवा के पास एक शिकायत की थी। उन्होंने जनपद पंचायत सीईओ प्रेरणा परमहंस के खिलाफ शिकायत कर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। लोकायुक्त ने सरपंच की शिकायत लेने के बाद जांच कराई जांच में शिकायत सही मिली। इसके बाद लोकायुक्त ने टीम तैयार कर रिश्वत मांगने वाली महिला अधिकारी सीईओ करकेली को ट्रैप करने की रणनीति बनाई। 12 सदस्य टीम को इसके लिए तैयार किया गया और सरपंच को रिश्वत की रकम लेकर उनके बताएं अनुसार घर भेजा गया। गुरुवार को जैसे ही सीईओ प्रेरणा परमहंस ने सरपंच से रिश्वत की रकम ली वैसे ही लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने रेड मार दी और सीईओ को रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई में ट्रेपकर्ता अधिकारी उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार रहे। ट्रेप दल के सदस्यों में जिया उल हक निरीक्षक , श्रीमती आकांक्षा पाण्डेय, उप निरीक्षक, आरक्षक सुभाष पाण्डेय, लवलेश पाण्डेय, विजय पाण्डेय , प्रेम सिंह व पंच साक्षी सहित 12 सदस्यीय टीम शामिल रहे।
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इसके लिए मांगी थी रिश्वत
शिकायतकर्ता श्री प्रमोद यादव सरपंच द्वारा ग्राम पंचायत में कराए गए नाडेप निर्माण के भुगतान एवम सरपंच तथा पंचों के मानदेय भुगतान के एवज में 10,000/रुपए रिश्वत की मांग की गई थी सत्यापन पर रिश्वत की मांग करना पाए जाने से धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 का प्रकरण पंजीबद्ध कर ट्रैप कार्यवाही का आयोजन कर आरोपीया मुख्य कार्यपालन अधिकारी को उमरिया स्थित उसके शासकीय आवास में ₹ 10,000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया कार्यवाही जारी है।