राजस्व न्यायालयों में कामकाज ठप, हड़ताल पर गए राजस्व अधिकारी, इतने दिन नहीं होंगे कोई काम
रीवा जिला के सभी तहसीलदारों ने काम बंद कर दिया है। सामूहिक हड़ताल पर चले गए हैं। तीन दिन तक तहसीलदार किसी भी तरह का राजस्व कार्य नहीं करेंगे। मप्र राजस्व अधिकारी संघ ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर सामूहिक अवकाश पर जाने की घोषणा कर दी है।
रीवा सहित प्रदेशभर में चल रहा है विरोध प्रदर्शन
रीवा। मप्र राजस्व अधिकारी संघ ने ज्ञापन सौंपकर कहा है कि मप्र शासन द्वारा चलाए जाने वाले विधिक कार्यक्रमों और योजनाओं को सफलता पूर्वक संचालित करने के लिए राजस्व अधिकारी संवर्ग सदैव पूरी निष्ठा से जुटा रहता है। शासन के चलाए जाने वाले राजस्व महाअभियान में 1,2,3 के अंतर्गत पूरे प्रदेश के राजस्व अधिकारियों ने दिन रात कार्यकरके कार्यक्रम को सफल बनाया। वर्तमान में चल रहे मुख्यमंत्री जनकल्याण कार्यक्रम में राजस्व अधिकारी अपनी पूरी ऊर्जा से योजना को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। राजस्व अधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने राजस्व विभाग के कार्यों की प्रशंसा की है। इसके बाद राजस्व मंत्री ने 10 जनवरी को संवर्ग की महिला साथी के प्रति सार्वजनिक मंच से अमर्यादित टिप्पणी की गई जिससे सभी कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आहत हैं। राजस्व मंत्री के द्वारा की गई टिप्पणी के विरोध में प्रदेशभर के राजस्व अधिकारी एक जुट हो गए हैं। उन्होंने विरोध शुरू कर दिया है। विरोध स्वरूप तहसीलदारों ने काम बंद कर दिया है। तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। रीवा में भी इस विरोध का असर दिखा है। तहसीलों में कामकाज ठप पड़ गया है। मप्र राजस्व अधिकारी संघ ने सोमवार को कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। तीन दिन के अवकाश की घोषणा कर दी है।