विश्व फोटो ग्राफी दिवस: यह है फोटोग्राफी के सुपर स्टार, जिन्होंने दे दी है मोबाइल कैमरों को भी मात

विश्व फोटोग्राफी दिवस पर फोटोग्राफरों का सम्मान हुआ। कई आयोजन भी हुए। फोटोग्राफरों ने इस दिन खुशियां मनाई। तकनीकी के इस युग में भले ही हर जेब में कैमरा पहुंच गया हो लेकिन फोटोग्राफरों के समर्पण और काम को भुला नहीं सकते। यह पर्दे के पीछे रह कर काम करने वाले असल कलाकार हैं। इनकी फोटो ही जिंदगी के हर पहलुओ को आंखों के सामने लाकर खड़ा कर देती है।

विश्व फोटो ग्राफी दिवस: यह है फोटोग्राफी के सुपर स्टार, जिन्होंने दे दी है मोबाइल कैमरों को भी मात
World photography Day

रीवा। अखबार की दुनिया इनकी फोटो के कमाल से ही चलती है। सुबह लोगों का दिन भी फोटोग्राफरों की फोटों से ही शुरू होती है। बिना लिखे ही इन फोटोग्राफरों की तस्वीरें सारी कहानी बयां कर देती है। रीवा में अब भी ऐसे कई फोटोग्राफर हैं, जो दिन भी एक अदद फोटो की तलाश में दौड़ते रहते हैं। यह सिर्फ अपने लिए फोटो की तलाश नहीं करते। यह लोगों को बेहतर फोटो दिखा सकें और फोटोग्राफी के जादू को एहसास करा सकें, इसके लिए  दौड़भाग करते हैं। इसके बदले में इन्हें तारीफ तक नहीं मिलती। अब वह दिन हवा हो गए जब फोटाग्राफरों का क्रेज था। चंद लोग ही फोटोग्राफी करते थे। कम ही स्टूडियों चला करता था। अब इन्हें पहले से ज्यादा स्ट्रगल करना पड़ता है, क्योंकि तकनीकी ने हर व्यक्ति को फोटोग्राफर बना दिया है। आईए हम कुछ खास फोटोग्राफरों से आप को रूबरू कराते हैं, जो सिर्फ फोटोग्राफी के लिए ही समर्पित रहते हैं।
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करीब 20 साल से कर रहे फोटोग्राफी
रामचन्द्र वर्मा पेशे से फोटोग्राफर हैं। इन्हें फोटोग्राफी करते करीब 20 साल से अधिक समय हो चुका है। रामचन्द्र वर्मा का कहना है कि समय के साथ अब फोटोग्राफी में काफी बदलाव आ गया है। तकनीकी में बदलाव हो गया है। अब लोगों के पास ऐसे ऐसे मोबाइल आ गए हैं जो कैमरे से भी ज्यादा बेहतर फोटो खींचते हैं। इस दौर में उन्हें पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है।
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दिन रात दौड़ते हैं तब मिलती है एक बेहतर तस्वीर

फोटोग्राफर विजय वर्मा उर्फ निक्की हाइट में भले ही छोटे दिखते लेकिन इनकी मेहनत का लोहा इनके साथी भी मानते हैं। यह 24 घंटे एक्टिव फोटोग्राफर माने जाते हैं। कहीं भी घटना हुई और यह तुरंत हाजिर रहते हैं। रात में भी यह फोटो खींचने घटनास्थल पहुंचने से गुरेज नहीं करते। विजय वर्मा का कहना है कि सिर्फ एक बेहतर फोटो की तलाश में उन्हें सुबह से शाम तक दौडऩा पड़ता है। अब कम्पटीशन ज्यादा है तो मेहनत भी ज्यादा करनी पड़ती है।
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एक मात्र फोटोआर्टिस्ट हैं रीवा में

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में फोटो आर्टिस्ट के पद पर अजय द्विवेदी

पदस्थ हैं। वह रीवा के एक मात्र फोटो आर्टिस्ट हैं। उन्होंने भी पहले रीवा की गलियों की खाकछानीं थी। फोटोग्राफी सीखने में दिन रात एक कर दिए थे। अब वह सफल हैं और मेडिकल कॉलेज में पदस्थ हैं। उनका कहना है कि फोटोग्राफी में भी काफी स्कोप है। युवा इस क्षेत्र में भी कॅरियर बना सकते हैं। वाइल्ड फोटोग्राफी, इवेंट फोटोग्राफी, स्पोर्ट्स फोटोग्राफी, नेचुरल फोटोग्राफी, पोर्टे्रट फोटोग्राफी, लैंड स्केप फोटोग्राफी जैसे कई स्कोप हैं। जिसमें सफल कॅरियर बनाया जा सकता है। फोटोग्राफी का स्कोप छोटा नहीं है।