चिडिय़ाघर में वाक इन एवियरी में लाए गए पक्षियों की कीमत सुनकर होश उड़ जाएंगे लाखों में है इनकी कीमत

4 करोड़ की लागत से बने वॉक इन एवियरी में लाए गए पक्षियों की कीमत भी आपको हैरान कर दी। आप यह सोच भी नहीं सकते कि पक्षियों की कीमत इतनी भी हो सकती है। यहां 16 प्रजाति के पक्षी लाए गए हैं। इनमें से ब्लू गोल्डन मकाऊ पक्षी की कीमत 4 से 7 लाख तक है। और भी महंगे परीक्षा आते हैं। आने वाले समय में 1 करोड़ तक के पक्षी चिडिय़ाघर को मिलेेंगे। इसमें और भी प्रजाति के पक्षी शामिल होंगे।

सारे विदेशी पक्षी हैं, एक जोड़े की कीमत करीब 7 लाख रुपए तक है
रीवा। ज्ञात हो कि गुजरात के गुजरात के केवडिया की तर्ज पर ही महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर में वॉक इन एवियरी का निर्माण कराया गया है। इस एवियरी में अभी तक 25 लाख तक के पक्षी लाए जा चुके हैं। यह सारी पक्षी विदेशी हैं। पक्षी इतने आकर्षक हैं कि इन्हें देखकर ही पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। इन विदेशी पक्षियों की कीमत भी इस वॉक इन एवियरी की तरह ही है। यहां लाए गए ब्लू गोल्डन मकाऊ तोतों की कीमत 4 से 7 लाख रुपए तक की है। हालांकि यह जोड़े में मिलते हैं। यह सामान्य तोतों की तुलना में कई गुना ज्यादा बढ़े होते हैं। यह साउथ अमेरिका में पाए जाते हैं। अब विंध्य के लोग विदेशी पक्षियों को मुकुंदपुर में नजदीक से देख सकेंगे। वर्तमान में वॉक इन एवियरी में 16 प्रजाति और 6 उप प्रजाति के  पक्षी लाए जा चुके हैं। इसमें तोता, बतख, पीजन, तीतर प्रजाति, लव बर्ड, बजरीगढ़, जैसी प्रजाति के पक्षी शामिल हैं। यह सारे पक्षी अलग अलग जगहों से मिल रहे हैं।
प्राकृति आवास की अनुभूमि दिलाने पेड़ पौधे भी लगाए हैं
वाक इन एवियरी के अंदर ही पक्षियों को प्राकृतिक आवास की अनुभूमि देने के लिए फलदार पौधे लगाए गए हैं। आम, अमरूद, जामुन, सहतूत, अंजीर, चीकू, बादाम आदि के पौधे तक लगाए गए हैं। पक्षियों को बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में सूखे पेड़ों की डालियां एवं कृतिम लकडिय़ों के नेस्ट बॉक्स लगाए गए हैं।  जलीय पक्षियों की सुविधा के लिए वॉटर पोंड एवं कृतिम झरने बनाए गए हैं। डोम के अंदर ही फाउंटेन और दीवार पर पक्षियों की चित्रकारी कराई गई है।
3200 वर्गमीटर में बना है यह एवियरी
मुकुंदपुर जू में यह वॉक इन एवियरी 3200 वर्गमीटर में बनी है। इसके निर्माण की स्वीकृति 381 लाख है। एमएस पाइप की सहायता से डोम को हाफ कैप्सूल का आकार दिया गया है। इसकी ऊंचाई करीब 14 मीटर है। यहां पक्षियों के उडऩे के लिए पर्याप्त स्थान है।
एवियरी से गुजरने पर अगल ही अनुभूमि मिलेगी
वॉक इन एवियरी को पूरी तरह से जंगल की तरह ही प्राकृतिक रूप दिया गया है। यहां से गुजरने पर पक्षी उड़ते हुए नजर आएंगे। यहां पक्षियों के बीच से होकर आप गुजरेंगे। ऐसी अनुभूमि होगी जैसे जंगल में आप पक्षियों के बीच विचरण कर रहे हैं। इन पक्षियों को काफी करीब से देख सकेंगे।