जिपं सदस्य पर हुआ हमला, आधी रात को विवि थाना में मचा हंगामा, अभय मिश्रा ने समर्थकों के साथ थाना घेरा

चुनाव प्रचार पर रोक लगने के बाद नेताओं का नया खेल शुरू हो गया है। बुधवार की रात जिला पंचायत सदस्य और सेमरिया उम्मीदवार समर्थकों के साथ विवि थाना पहुंच गए। दर्जनों समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। जिला पंचायत सदस्य से मारपीट किए जाने और वाहन पर हमला किए जाने आरोप लगाया गया है। देर रात तक हंगामा जारी रहा। हमला वारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग पर प्रदर्शनकारी अड़े रहे।

जिपं सदस्य पर हुआ हमला, आधी रात को विवि थाना में मचा हंगामा, अभय मिश्रा ने समर्थकों के साथ थाना घेरा

रीवा। जिला पंचायत सदस्य सुंदरिया आदिवासी और उसके बेटे ने आरोप लगाया है कि बुधवार की रात करीब 9 बजे उन पर हमला किया गया है। स्कार्पियों से बरा कोठार से चलकर वो अपने घर लौट रही थीं। जैसे ही उनकी कार हाईवे पर पहुंची तभी बोलेरो से आए युवकों ने उनके वाहन के सामने अपना वाहन खड़ा कर दिया। वाहन में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी गई। लाठी डंडा व रॉड से हमला किया गया। घटना में जिपं सदस्य सुंदरिया आदिवासी के साथ एक अन्य महिला भी घायल हुई हैं। घटना के बाद मामले की शिकायत लेकर जिला पंचायत सदस्य थाना पहुंच गईं। थाना पहुंचने के बाद जिला पंचायत सदस्य और अन्य महिला जमीन पर लेट गईं। उनके समर्थन में सेमरिया से कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा भी पहुंच गए। साथ ही दर्जनों की संख्या में समर्थक भी पहुंच गए। थाना के सामने धरना दे दिया। देर रात थाना के बाहर हंगामा कर दिया गया। हमलावारों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग पर सभी अड़े रहे। बताया गया कि सुुंदरिया कांगे्रस के समर्थन में प्रचार कर रही थी। जिसके बाद यह घटना सामने आई। सेमरिया से कांग्रेस प्रत्यासी अभय मिश्रा को फोन से घटना की जानकारी मिली। देर रात तक विश्वविद्यालय थाना में मामले को लेकर तनाव की स्थिति बनी रही। कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने कहा कि जब तक आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी नहीं होगी वो थाना से नहीं हटेगे। वहीं इसे लेकर कल थाना के समाने आदिवासी सहित सवर्ण समाज के लोग प्रदर्शन करेंगे।


बेटे ने दो लोगों पर लगाए गंभीर आरोप
जिला पंचायत सदस्य सुंदरिया आदिवासी के बेटे राजेश रावत ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बोलेरों में आधा दर्जन लोग सवार थे, जिन्होने मारपीट की। नीरू त्रिपाठी और मनीष शुक्ला उर्फ सिद्धू के ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए है। वहीं विश्वविद्यालय पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है।