रीवा में आभूषणों से भरा थैला कचरा समझ कर कचरा गाड़ी में फेंक दिया, जब पता चला तब मचा हड़कंप

रीवा में एक परिवार की बड़ी लापरवाही सामने आई ।आभूषणों से भरा एक थैला कचरा समझ कर महिला ने कचरा गाड़ी में फेंक दिया। दूसरे दिन जब घर में आभूषण के थैले की ढुढ़ाई मची तब हड़कंप मच गया। पता चला कि थैला कचरा गाड़ी में फेंक दिया गया है। इसके बाद पूरा परिवार आभूषण की तलाश में एमएसडब्ल्यू के अधिकारियों के पास पहुंचा। ट्रांसफर स्पेस स्टेशन और पहाड़िया प्लांट में थैली की तलाश की गई। इसके बाद कचरा गाड़ी के ड्राइवर और हेल्पर से पूछताछ की गई। आभूषण से भरा थैला मिलने पर संबंधित महिला को और उसके परिजनों को उपलब्ध करा दिया गया। खोया हुआ आभूषण पाकर परिवारजनों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

रीवा में आभूषणों से भरा थैला कचरा समझ कर कचरा गाड़ी में फेंक दिया, जब पता चला तब मचा हड़कंप
परिजनों को कचरा गाड़ी में फेंका गया गहनों से भरा बैग वापस करते कंपनी के अधिकारी

रीवा ।  मामला वार्ड क्रमांक 10 का है। यहां कि निवासी श्रीमती शांति मिश्रा के दामाद प्रमोद कुमार मिश्रा ने गलती से डस्टबिन में पड़े गहनों को कचरा गाड़ी में डाल दिया था। जिसकी जानकारी दूसरे दिन रात में हुई। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए इसकी जानकारी कचरा गाड़ी का संचालन करने वाली कंपनी रीवा msw के अधिकारियों को दी। अधिकारियों ने तुरंत ही इस मामले पर तत्परता दिखाते हुए सभी ट्रांसफर स्टेशन और पहाड़िया प्लांट में फरियादी के साथ जेवरात की खोज की । साथ ही कचरा गाड़ी के कर्मचारी ड्राइवर और हेल्पर से भी पूछताछ की। जिसमें ड्राइवर और हेल्पर द्वारा गहने मिलना कबूल किया गया। कंपनी के एचआर मैनेजर देवेंद्र महतो की समझदारी एवं बुद्धिमत्ता से फरियादी को PTS स्थित ऑफिस में बुलाकर समस्त गहने वापस करा दिए गए।फरियादी श्रीमती शांति मिश्रा ने एच आर मैनेजर देवेंद्र महतो  को धन्यवाद भी दिया। कर्मचारियों की ईमानदारी की तारीफ भी की। उन्होंने यह लिखित आश्वासन भी दिया कि वह उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई पुलिस कंप्लेंट नहीं करना चाहती हैं क्योंकि यह गलती उनके दामाद से स्वत: भूल बस हुई थी।उनके खोए हुए सभी कीमती जेवरात मिलने पर उन्होंने कर्मचारियों के खिलाफ कंपनी से भी फरियाद की कि उन्हें नौकरी से ना निकाला जाए एवं उनके दामाद ने कंपनी के प्रति आभार व्यक्त किया एवं सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया।