मणिपुर हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। 3 मई को शुरू हुई हिंसा में अब तक 120 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में जारी हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से नये सिरे से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मणिपुर सरकार को जातीय हिंसा प्रभावित राज्य में पुनर्वास सुनिश्चित करने और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी मांगी है।प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने इस मुद्दे पर याचिकाओं को 10 जुलाई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है। राज्य सरकार की ओर से पेश सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता से पीठ ने अद्यतन स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा। कोर्ट में मणिपुर की मौजूदा स्थिति के बारे में दी गयी जानकारी। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मणिुपर में मौजूदा स्थिति को लेकर विधि अधिकारी ने सुरक्षा बलों की तैनाती और कानून व्यवस्था की हालिया स्थिति का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में कर्फ्यू की अवधि अब 24 घंटे से घटाकर पांच घंटे कर दी गई है। मेहता के मुताबिक राज्य में पुलिस, इंडियन रिजर्व बटालियन और सीएपीएफ की 114 कंपनियां भी तैनात हैं।