भारत भवन के बादल राग समारोह में 24 को गायन प्रस्तुति देंगी रीवा की बहनें
भारत भवन में बादल राग समारोह का आयोजन 24 से 27 अगस्त तक होगा। इस समारोह में प्रदेश के कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। समारोह में कई कलाकार अपनी संतान व शिष्यों के साथ जुगलबंदी करते नजर आएंगे।
भोपाल। समारोह में जुगलबंदी की तीन, एकल गायन सभा की दो और समूह प्रस्तुतियां दो संयोजित की गई हैं। पावस की विविध छवियों पर आधारित संगीत सभाएं बादल राग समारोह में 24 से 27 अगस्त तक होनी है, जिसमें गायन, नृत्य और जुगलबंदी शामिल है। भारत भवन के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि अनहद के प्रतिष्ठा पूर्व चार दिवसीय समारोह में कई कलाकार मनमोहक प्रस्तुति देंगे। अंतिम दिन 27 अगस्त को प्रख्यात शास्त्रीय गायक साजन मिश्र अपने सुपुत्र स्वरांश मिश्र के साथ गायन की जुगलबंदी करेंगे। समारोह का शुभारंभ 24 अगस्त को शाम सात बजे होगा। शुभारम्भ मौके पर शैली और वैदेही बहनों द्वारा गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। तदुपरांत आरती अंकलीकर टिकेकर का एक गायन होगा। बता दें कि शैली-वैदेही बहनें मूलत: रीवा जिले की निवासी हैं, जो इस समय उस्ताद अमीर खान की गायिकी का सघन प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं। इसके पूर्व इन जुगल गायिकाओं ने मैहर घराने की शैली से अपनी गायिकी का आरम्भ किया।
बहरहाल, भारत भवन में 24 से 27 अगस्त तक प्रत्येक दिन शाम 7 बजे से कलाकारों की प्रस्तुति आरंभ होगी। प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है। आयोजकों द्वारा बताया गया कि 25 अगस्त को हनीफ हुसैन और जावेद खान की सारंगी जुगलबंदी प्रतुत होगी। फिर वायलिन विरासत के तहत तीन पीढिय़ों का वायलिन वादन होगा, जिसमें एन. राजम अपनी बेटियों संगीता शंकर, रागिनी शंकर और नंदिनी शंकर के साथ प्रस्तुति देंगी। अगले दिन 26 अगस्त को विशाल कृष्ण के कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। तत्पश्चात कुमकुम धर द्वारा निर्देशित और परिकल्पित कथक नृत्य रूप पंच महाभूतम् और मेघरंजन की प्रस्तुति दी जाएगी। अंतिम दिवस 27 अगस्त को मनीषा शास्त्री द्वारा निमाड़ी वर्षा गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद पंडित साजन मिश्र और स्वरांश मिश्र की गायन जुगलबंदी का आनंद श्रोतागण ले सकेंगे।