कागजों में बनी नाली देखने पैपखरा पहुँचे जांच अधिकारी
रायपुर कर्चुलियान जनपद के अधीन उकठा-कंचनपुर ग्राम पंचायत के पैपखरा गांव में हुए भ्रष्टाचार मामले की जांच अभी नहीं हुई है। विगत 13 जुलाई को जिला पंचायत सीईओ द्वारा नियुक्त जांच अधिकारी पैपखरा गांव गये थे, जहां उन्होंने वर्ष 2020 में हुए निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन किया और पंचनामा बनाया।
रीवा। मामले में जांच अधिकारी एसआर प्रजापति ने बताया कि दोनों पक्ष के लोग कागज के साथ उपस्थित नहीं हुए, इस कारण लिखित जांच रिपोर्ट अभी तैयार नहीं हुई है। इस सप्ताह पुन: जाकर शिकायतकर्ता व संबंधित एजेंसी के कागज देखेेंगे, उसके बाद जांच रिपोर्ट तैयार कर जिला पंचायत सीईओ को सौंपी जायेगी। जांच अधिकारी की माने तो मौके पर उन्हें बहुत गड़बड़ी मिली। पीसीसी सडक़ की लंबाई कम रही। पीसीसी सडक़ के दोनों तरफ पटरी में मलवा नहीं डाला गया। पीसीसी सडक़ की गुणवत्ता भी बहुत खराब पाई गई। इसके अलावा, मुख्य रुप से नाली तो कहीं मिली ही नहीं, जिससे प्रतीत होता है कि जिम्मेदारों ने कागजों में नाली बनाकर उसकी 8 लाख 19 हजार रुपये स्वीकृत राशि डकार ली।
गौरतलब है कि मामले को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में आरोप है कि जिम्मेदारों ने कार्य आईडी क्रमांक 100572147 में दद्दूलाल तिवारी के घर से वाल्मिक पयासी के घर तक 290 मीटर नाली निर्माण कागजों में दर्शाया है परंतु उक्त स्थल पर किसी भी तरह की खोदाई तक नहीं हुई। इसी तरह, रामायण तिवारी के घर से रामकुशल पयासी के घर तक की दूरी 100 मीटर है परंतु 300 मीटर पीसीसी सडक़ का निर्माण कागजों में दिखाकर 7 लाख रुपये डकार लिये। इसी प्रकार कार्य आईडी क्रमांक 100852846 में दिनांक 26 जनवरी 2020 को 2 लाख 56 हजार रुपये निकाले, जिसमें राजकुमार पाण्डेय के घर से रामनयन विश्वकर्मा के घर तक 100 मीटर सडक़ निर्माण दर्शाया है, जो हुआ ही नहीं। ग्रामीणों ने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से उक्त निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन कराने की मांग शिकायत में की, जिसे अभी तक प्रशासन के नुमाइंदे दबा कर बैठे रहे।
7 दिन में मांगी थी जांच रिपोर्ट
मामले को लेकर सीएम हेल्पलाइन में भी कई शिकायतें दर्ज कराई गईं, जिनमें से अधिकांश शिकायतों को जबरन अधिकारियों ने बंद कर दिया। सीएम हेल्पलाइन में दर्ज एक शिकायत क्रमांक 22478260 के आधार पर जिला पंचायत सीईओ ने जांच समिति गठित की है। गत 13 जून 2023 को जिला पंचायत सीईओ ने एसआर प्रजापति त्योंथर अनुविभागीय अधिकारी, ग्रामीण यांत्रिकी को जांच का जिम्मा सौंपा, जिनसे 7 दिन में रिपोर्ट मांगी गई थी। हालांकि अब उनके द्वारा प्रारम्भिक स्तर पर जांच शुरु की गई है। जांच पूरी हो पायेगी और रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों पर कार्यवाही होगी या नहीं, यह शीघ्र स्पष्ट हो जायेगा।