आमिर की छेड़छाड़ से तंग युवती ने की आत्महत्या

प्रेमजाल में फ़साने युवक नीचता की हद तक गुजरने की कोशिश करने लगा था। जिले के लटेरी तहसील मुख्यालय पर रविवार को छेड़छाड़ से तंग आकर कक्षा 12वीं में पढऩे वाली छात्रा ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से नाराज स्वजनों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गत दिवस सिरोंज चौराहे पर शव रखकर चक्काजाम किया।

आमिर की छेड़छाड़ से तंग युवती ने की आत्महत्या
parijan

विदिशा। शहर में तनाव की स्थिति को देखते हुए चार थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है। लटेरी के उपजेल भवन क्षेत्र में रहने वाले भगवान सिंह कुशवाह ने बताया कि रविवार को वे घर पर नहीं थे और पत्नी बाजार में गई थी। उनकी दूसरे नंबर की बेटी निशा अपने कमरे में थी। जब उसकी मां बाजार से वापस घर लौटी और उसने कमरे में झांक कर देखा तो निशा फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले शनिवार को निशा ने बताया था कि मोहल्ले में रहने वाला आमिर नाम का युवक स्कूल और कोचिंग जाते समय परेशान करता है और विरोध करने पर धमकी देता है। बेटी की बात सुनने के बाद उन्होंने उसके स्वजनों से बात करने को कहा था, लेकिन इसके एक दिन बाद ही बेटी ने खुदकुशी कर ली। प्रदर्शनकारी आरोपित को तत्काल गिरफ्तार करने और उसके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग करते रहे, जिसे प्रशासन ने फिलहाल अनसुना कर दिया है।


टुच्चों की हरकतों से परेशान छात्राएं
विंध्यबुलेटिन गौरतलब है कि इन दिनों विद्यालय खुल गए हैं। अधिकांश बच्चियां पैदल या साइकिल से विद्यालय जाती हैं। इन इन बच्चियों के इर्द-गिर्द टुच्चे टाइप के मजनू इन दिनों मंडराते दिख जाते हैं। इन टपोरी छाप मजनुओं को सुधारने की जिम्मेदारी सभ्य नागरिक केवल पुलिस की समझते हैं, जबकि समाज के हर नागरिक को ऐसे मामलों में दखल देना चाहिए। क्योंकि आज दूसरे की बच्ची सडक़ में प्रताडि़त हो रही है तो कल उनके घर की बच्ची के साथ भी वह टपोरी मजनू ऐसी ही हरकत कर सकता है। सब एकजुट होकर ऐसे टपोरी छाप का विरोध करेंगे तो ऐसी मजबूर बच्चियों की जान को बचाया जा सकता है। वहीं, प्रमुख कन्या विद्यालय व महाविद्यालय के आने-जाने वाले मार्ग पर पुलिस की विशेष तैनाती की भी आवश्यकता है। ताकि नागरिक यदि विरोध करें तो उन्हें पुलिस का भी साथ मिल सके और पुलिस स्वयं भी इस तरह के टपोरियों पर अंकुश लगा सके।