जूडा हड़ताल अपडेट: शासन ने मानी सभी मांग, जूडा हड़ताल खत्मकर काम पर लौटै

जूडा काम पर वापस लौट आए हैं। सरकार ने पांचों मांगे मान ली है। शनिवार की रात 8 बजे से हड़ताल जूडा ने वापस ले ली है। मरीजों और सीनियरों को जूडा के हड़ताल से वापस लौटने पर राहत मिली है।

जूडा हड़ताल अपडेट: शासन ने मानी सभी मांग, जूडा हड़ताल खत्मकर काम पर लौटै
Juda strike

रीवा। ज्ञात हो कि राजधानी भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज से गायनी से पीजी कर रही जूनियर डॉक्टर ने सुसाइड कर लिया था । 27 साल की डा सरस्वती की मौत के बाद से ही जूनियर डॉक्टर न्याय की गुहार लगा रहे थे। हड़ताल पर बैठ गए थे। लगातार प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। जेडीए भोपाल का समर्थन सेंट्रल जेडीए मध्य प्रदेश ने भी किया है।  डाक्टर सरस्वती को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर रीवा जूडा भी हड़ताल पर चले गए थे। मध्य प्रदेश के रेजिडेंट डॉक्टरों ने विरोध स्वरूप शुक्रवार को काम के दौरान काला रिबन लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था। जूडा ने शासन के सामने कई मांगे रखी थी। मांगे पूरी नहीं हुई तो वह शनिवार को काम बंद हड़ताल शुरू कर दी थी। दिन भी जूडा हड़ताल पर रहे। जूडा के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चौपट हो गईं थी। ऐसे में शासन को जूडा की सारी मांगे माननी पड़ी। मांगे पूरी होने पर जूनियर डॉक्टर शनिवार की रात 8 बजे काम पर वापस लौट आए।

सीनियर डॉक्टरों ने सम्हाला मोर्चा
दिन भर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहे। जूडा के भरोसे ही संजय गांधी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं चलती है। उनके हड़ताल पर जाने से सारी व्यवस्थाएं ही चौपट हो गईं थी। मरीजों की जांच और इलाज के लिए प्रबंधन ने सीनियर डॉक्टरों और नान प्रैक्टिसनर डॉक्टरों को भी झोंक दिया था। किसी तरह दिन भर का समय बीता। हालांकि रात को जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने से सीनियर डॉक्टरों ने भी राहत की सांस ली।

जूडा की यह थी प्रमुख मांगे
1) जीएमसी भोपाल से डॉ. अरुणा कुमार को तत्काल हटाया जाए।
 2) संस्थागत स्तर पर एक समिति गठित किया जाए। जो कार्य स्थल की निगेटिविटी का मूल्यांकन कर माहौल काम के लायक बनाए।
3) थीसिस और अन्य शैक्षणिक समस्याओं के लिए एक समिति का गठन किया जाए।
4) एक आत्महत्या रोकथाम समिति का गठन किया जाए ।जो नियमित रूप से रेजिडेंट डॉक्टरों का मूल्यांकन करे।
5) स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया जाएगा। रेजिडेंट डॉक्टरों की समस्याओं से सीधे निबटे।

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सभी डॉक्टर काम पर वापस लौट आए है। 8 बजे हड़ताल वापस ले ली गई है। सरकार ने सभी पांच मांगे मान ली है। डॉ अरुणा कुमार को भोपाल मेडिकल कॉलेज से हटा कर डीएमई में पदस्थ कर दिया गया है।
डॉ आशय द्विवेदी, अध्यक्ष
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन रीवा