दुनिया का एकमात्र मंदिर जहां हनुमान जी सिर के बल खड़े हैं, जानें क्या है उल्टा खड़ा होने की महिमा
Hanuman Jayanti 2023: उल्टे लटके हनुमान जी का मंदिर इंदौर से करीब 35 किलोमीटर की दूर सांवेर में है. इन मंदिर में बजरंगबली सिर के बल उल्टे खड़े हुए हैं. यहां दूर-दूर से हनुमान भक्त दर्शन करने आते हैं
Hanuman Jayanti 2023: उल्टे लटके हनुमान जी का मंदिर इंदौर से करीब 35 किलोमीटर की दूर सांवेर में है. इन मंदिर में बजरंगबली सिर के बल उल्टे खड़े हुए हैं. यहां दूर-दूर से हनुमान भक्त दर्शन करने आते हैं.
देश में आज हनुमान जयंती धूमधाम और पारंपरिक उल्लास के साथ मनाई जा रही है. हनुमान जी के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है. लोग अपने-अपने तरीकों से हनुमान जी की पूजा-पाठ कर रहे हैं.आइए हम आपको देश के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताते हैं, जहां हनुमान जी उल्टे लटके हुए हैं. सभी तस्वीरें जीतेंद्र माथुर ने ली हैं.
उल्टे लटके हनुमान जी का मंदिर इंदौर से करीब 35 किलोमीटर की दूर सांवेर में है. इन मंदिर में बजरंगबली सिर के बल उल्टे खड़े हुए हैं.इस मंदिर में दर्शन के लिए देश को कोने-कोने से हनुमान भक्त दर्शन के लिए आते हैं.
इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना बताया जाता है. राम-रावण युद्ध के दौरान अहिरावण ने एक चाल चली. वह रूप बदलकर राम की सेना में शामिल हो गया. उसने अपनी शक्ति से श्रीराम और लक्ष्मण जी को मूर्छित कर पाताल लोक में ले गया.इसका पता चलने पर हनुमान जी ने पाताल लोक जाकर अहिरावण का वध किया और भगवान राम व लक्ष्मण जी को लेकर आए. ऐसी मान्यता है कि सांवेर ही वह जगह थी, जहां से हनुमान जी पाताल लोक में गए थे.उस समय हनुमान जी के पांव आकाश की ओर सिर धरती की ओर था.इसी वजह से हनुमान जी की उलटे रूप की प्रतिमा इस मंदिर में स्थापित है.
इस मंदिर में हर मंगलवार को हनुमानजी को चोला चढ़ाने की मान्यता है.ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में यदि कोई व्यक्ति तीन या पांच मंगलवार तक बजंगबली जी के दर्शन करता है तो उसके सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.