मगरमच्‍छ चरवाहे को मुंह में दबाकर नदी में खींचकर ले गया था, एक दिन बाद मिला शव

Shivpuri News: शिवपुरी (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सीहोर थाना क्षेत्र में सिंध नदी के किनारे मगरमच्छ का शिकार बने चरवाहे का शव अगले दिन किनारे पर मिला। रविवार को देर रात तक एसडीआरएफ की टीम उसे तलाशती रही, लेकिन चरवाहे का कुछ पता नहीं चला। सोमवार की सुबह करीब 9 बजे नदी के किनारे उसका शव मिला। उल्लेखनीय है कि सुरेश पुत्र हददू बघेल निवासी सीहोर आयु 40 साल वर्ष बकरियां चराने के लिए सिंध किनारे गया था और वहां बड़ेरी माता मंदिर के पास किनारे पर नहाते वक्त मगरमच्छ ने उसे पर हमला कर दिया। मगरमच्छ सुरेश को जबड़े में फंसाकर ले गया और दो घंटे तक पानी में घूमता रहा। इसके बाद देर शाम एसडीआरएफ की टीम पहुंची और वोट से रेस्क्यु शुरू किया। काफी देर देखने के बाद भी चरवाहा नहीं मिला तो नदी के बीच में भंवर बनाने का प्रयास किया गया। एसडीआरएफ की टीम ने अपनी वोट नदी के बीच गोल-गोल घुमाई। रविवार को जब रेस्क्यु नहीं हो सका तो सोमवार को सुबह फिर रेस्क्यु की तैयारी की गई और सुरेश के शव को बरामद कर लिया गया।

मगरमच्‍छ चरवाहे को मुंह में दबाकर नदी में खींचकर ले गया था, एक दिन बाद मिला शव

Shivpuri News: शिवपुरी (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सीहोर थाना क्षेत्र में सिंध नदी के किनारे मगरमच्छ का शिकार बने चरवाहे का शव अगले दिन किनारे पर मिला। रविवार को देर रात तक एसडीआरएफ की टीम उसे तलाशती रही, लेकिन चरवाहे का कुछ पता नहीं चला। सोमवार की सुबह करीब 9 बजे नदी के किनारे उसका शव मिला।

उल्लेखनीय है कि सुरेश पुत्र हददू बघेल निवासी सीहोर आयु 40 साल वर्ष बकरियां चराने के लिए सिंध किनारे गया था और वहां बड़ेरी माता मंदिर के पास किनारे पर नहाते वक्त मगरमच्छ ने उसे पर हमला कर दिया।

मगरमच्छ सुरेश को जबड़े में फंसाकर ले गया और दो घंटे तक पानी में घूमता रहा। इसके बाद देर शाम एसडीआरएफ की टीम पहुंची और वोट से रेस्क्यु शुरू किया।

काफी देर देखने के बाद भी चरवाहा नहीं मिला तो नदी के बीच में भंवर बनाने का प्रयास किया गया। एसडीआरएफ की टीम ने अपनी वोट नदी के बीच गोल-गोल घुमाई। रविवार को जब रेस्क्यु नहीं हो सका तो सोमवार को सुबह फिर रेस्क्यु की तैयारी की गई और सुरेश के शव को बरामद कर लिया गया।